ममता लॉक डाउन की वजह से परेशान हो चुकी है । ना कहीं जाना ना आना । बच्चों का स्कूल बंद । पति का ऑफिस बंद , कामवाली बाई का आना बंद । घर का काम बढ़ गया है । मदद करने वाला कोई नहीं पति और बच्चे अपनी फरमाइश करते रहते हैं ।
एक दिन शाम को उसने अपने पति और बच्चों से कहा तुम सबको मेरी मदद करनी होगी । अपने खाने के बर्तन रसोई में रखकर आओगे । अपना कमरा साफ रखोगे । समय पर नाश्ता , खाना खाओगे । गमलों में पानी दे दोगे । कूलर भर दोगे । ममता ने जब यह कहा तो उसके पति और बच्चों को लगा ममता सही कह रही है । उसका काम तो बढ़ गया है । अब सभी मिलजुल कर काम करने लगे ।
उसके बाद जब खाली समय मिलता सब मिलकर लूडो या कैरम खेलते या टीवी देखते । अब सबके साथ ममता भी लॉक डाउन का आनंद ले रही है ।