रमा और गीता दो सहेलियाँ थी । रमा का बेटा था अमर । गीता की बेटी थी सविता । जब बच्चे छोटे थे । तभी दोनों ने निश्चय कर लिया था । जब यह दोनों बड़े होंगे तब हम इन दोनों का विवाह कर देंगे ।
अमर और सविता बड़े हो चुके थे । अमर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था । सविता फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी । अमर और सविता एक दूसरे को अपना दोस्त मानते थे ।
अमर की पढ़ाई पूरी होते ही उसका कैंपस सिलेक्शन हो गया । उसकी नौकरी लग गई । सविता को भी कोर्स पूरा होते ही एक बड़े फैशन हाउस में नौकरी मिल गई । धीरे-धीरे दोनों अपने काम में व्यस्त हो गए । सविता को अपने साथ काम करने वाला रवि पसंद आ गया । वे दोनों एक-दूसरे से विवाह करना चाहते थे ।
सविता ने अमर से बात की । अमर ने कहा तुम घबराओ मत में सब को मना लूँगा ।
अमर ने सबसे पहले अपने पापा से इस बारे में बात की । उसके पापा ने कहा तुम्हारी मम्मी को समझाना बहुत मुश्किल होगा । पर सविता के लिए यह करना पड़ेगा । इस रविवार को दोनों परिवार मिलकर पिकनिक का प्रोग्राम बनाते हैं । तुम रवि को अपना दोस्त कहकर सबसे मिलवाना ।
अमर ने रवि और सविता से बात की । रवि पिकनिक पर आने के लिए तैयार हो गया । पिकनिक पर अमर ने रवि को सभी से मिलवाया । सभी रवि से प्रभावित हुए । गीता को तो रवि इतना पसंद आया कि वह अपनी बहन की बेटी से उसके रिश्ते की बात करने के बारे में सोचने लगी ।
गीता ने घर आकर सबसे पहले अपनी बहन विनीता को फोन लगाया । उसे बताया उसकी बेटी निशा के लिए एक अच्छा रिश्ता मिला है । निशा मास कम्युनिकेशन का कोर्स कर रही थी । जो 2 महीने में पूरा होने वाला था । जब विनीता ने निशा को बताया हमने तुम्हारे लिए रिश्ता देखा है । निशा ने अपनी मम्मी से कहा मैं अभी 2 साल शादी नहीं करना चाहती । मैं पहले अपना कैरियर एक पत्रकार के रूप में बनाऊंगी ।
विनीता ने गीता को यह बताया तो उसने कहा तुम निशा को लेकर इस रविवार हमारे घर आ जाओ । विनीता ने निशा से कहा इस रविवार गीता मौसी के यहाँ चलेंगे । घर में सविता को जब पता चला कि उसकी माँ ने रवि को निशा के लिए पसंद किया है । उसने अमर से बात की । अमर ने कहा अंकल को सब बता दो । सविता ने अपने पापा से कहा मैं रवि को पसंद करती हूँ उसी से शादी करना चाहती हूँ ।
सविता निशा को भी बता दिया और उस से मदद मांगी । रविवार को जब निशा सविता के घर आई तो देखा वहाँ का नजारा बहुत मजेदार था । गीता ने रवि को बुला रखा था । उससे उसके परिवार के बारे में जानकारी प्राप्त की जा रही थी । तभी अमर भी अपने मम्मी पापा के साथ आ गया ।
निशा ने गीता से रवि से शादी करने से मना कर दिया । उसने कहा मौसी मैं पहले अपना कैरियर बनाना चाहती हूँ । आपको रवि इतना ही पसंद है तो आप सविता की शादी रवि से करवा दीजिए ।
गीता ने कहा सविता की शादी तो हमने बचपन में अमर से तय कर दी थी । उसकी शादी तो अमर से होगी ।
अमर ने कहा आंटी मैं और सविता एक दूसरे को दोस्त मानते हैं और कुछ नहीं । सविता रवि को पसंद करती है । उसी से शादी करना चाहती है । आप इसकी तैयारी करिए ।
अमर की माँ रमा और सविता की माँ गीता दोनों परेशान हो गई । ऐसा कैसे होगा ? अमर, सविता, रवि और निशा उन्हें समझाने लगे । आप लोग मान जाइए ।
रमा और गीता ने कहा हम तुम्हारी बात एक शर्त पर मानेंगे । अमर भी अपने लिए कोई लड़की ढूढे या हम ढूंढेंगे । दोनों की शादी कुछ दिन आगे पीछे कर देंगे । अमर ने कहा यह शर्त नहीं मानी जाएगी । मुझे अभी शादी नहीं करनी ।
रमा और गीता ने कहा फिर हम नहीं मानेंगे । अमर ने कहा मुझे 6 महीने का वक्त दो । उन्होंने कहा ठीक है ।
रवि और सविता के रिश्ते को मंजूरी मिल गई । रवि के परिवार वाले भी रिश्ते से खुश थे । रवि और सविता की सगाई कर दी गई । शादी की तारीख 6 महीने बाद की निकाली गई ।
अमर की कंपनी ने उसे एक प्रोजेक्ट के लिए मुंबई भेज दिया । वह मुंबई चला गया ।