एक घंटे बाद अभिषेक उठ गया । अपने मम्मी पापा और नेहा को देख कर बहुत खुश हुआ । डॉक्टर ने बताया अभिषेक अभी ठीक है । दो-तीन दिन में उसे छुट्टी मिल जाएगी । तब तक आप लोग सेना के गेस्ट हाउस में ठहरें । यहाँ अभिषेक की अच्छे से देखभाल की जाएगी । रमेश जी और सविता जी ने इतने दिनों बाद मिले अपने बेटे से दूर नहीं जाना चाहते थे । उन्होंने कहा अभी कुछ देर हमें अभिषेक के साथ रहने दें । डॉक्टर ने कहा ठीक है ।
अभिषेक के मम्मी पापा ने उसे बताया । जब तुम्हारे लापता होने की खबर मिली । तो हम मायूस हुए लेकिन हमें यह विश्वास था कि तुम वापस हमारे पास जरूर आओगे । हमारा विश्वास कभी डगमगाया भी तो नेहा ने हमें भरोसा दिलाया कि तुम वापस अवश्य आओगे । नेहा ने हमें कभी अकेला नहीं छोड़ा । विद्यालय से छुट्टी ली । बाद में अपना स्थानांतरण ही करा लिया । हमारा बहुत ध्यान रखा ।
अभिषेक ने नेहा से कहा सॉरी जो मैंने तुम्हारे साथ किया । मम्मी पापा का ध्यान रखने के लिए धन्यवाद । नेहा ने अभिषेक से कहा तुम सॉरी मत बोलो । धन्यवाद भी मत कहो । यह मेरे भी मम्मी पापा है । जब मुझे मदद की जरूरत थी । उन्होंने मेरी मदद की । जब उन्हें मेरी देखभाल की आवश्यकता थी । मैंने की, लेकिन मेरा नाम सुनके तुम्हें होश कैसे आया ?
तभी अभिषेक का चेकअप करने के लिए डॉक्टर आ गए । डॉक्टर ने कहा अभिषेक तुम्हारे बारे में सोच रहा होगा । जब वह बर्फ के तूफान में बह गया होगा । जब मैंने नर्स का नाम पुकारा तो उसे होश आ गया । अभिषेक तुम्हें बहुत प्यार करता है ।
डॉक्टर के जाने के बाद अभिषेक ने नेहा से कहा मैंने सोच लिया था । मैं दूसरी शादी नहीं करूँगा । मम्मी पापा को बता दूँगा । तुम्हारी यादों के सहारे जिंदगी बिता दूँगा । लेकिन मुझे वापस जाना पड़ा । मैं उन्हें बता नहीं पाया । नेहा ने कहा मैं तुमसे नफरत करती थी । तुमने मेरी जिंदगी बर्बाद की । लेकिन दूसरी शादी के लिए मैं भी मम्मी पापा से मना करती थी । मुझे समझ नहीं आ रहा था । मैं आगे क्यों नहीं बढ़ पा रही ?
जब तुम्हारे लापता होने की खबर आई । बहुत महीनों तक तुम्हारा पता नहीं चला । तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे दिल में तुम्हारे लिए प्यार अब भी है । मुझे भरोसा था चाहे वक्त लगे पर तुम वापस जरूर आओगे । तुम आये ।
कल जब पापा के पास फोन आया तो हमें लगा हमारा इंतजार पूरा हुआ ।
तीन दिन के बाद अभिषेक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई । अस्पताल से छुट्टी मिलने से पहले पता चला आकाश भी मिल गया है । रमेश जी और सविता जी अभिषेक और नेहा को अपने शहर ले आए । अभिषेक को वापस आया देख सभी बहुत खुश थे ।
नेहा के मम्मी पापा रमा और अमर भी आ गए । वह भी अभिषेक से मिलकर बहुत खुश हुए । रमा और सविता जी नेहा और अभिषेक से पूछा दूसरी शादी के बारे में तुम दोनों का क्या विचार है ? दोनों ने कहा हम दूसरी शादी नहीं करेंगे । हम दोनों एक दूसरे को भुला नहीं पाए हैं । रमेश जी और अमर ने कहा तो हम तुम दोनों की दोबारा शादी करवा देते हैं ।
अभिषेक और नेहा ने कहा हम दोनों दोबारा शादी करने के लिए तैयार हैं । दोनों के मम्मी पापा ने उनकी फिर से शादी करवाई । नेहा , अभिषेक और उनके माता-पिता सब बहुत खुश थे ।
नेहा का पहले तलाक का निर्णय बाद में अभिषेक से शादी का निर्णय दोनों ही ठीक थे । अब सब मिलजुल कर खुशी खुशी रहते हैं ।