एक हफ्ते बाद अभिषेक घर आया । इस बीच एक सीक्रेट मिशन पर जाने की वजह से वह घर भी नहीं आ पाया था । 3 साल बाद वह मिशन से लौटा था । जब वह मिशन पर था तो घरवालों से ज्यादा बात नहीं कर पाता था । वापस आने के बाद अब वह अपनी सामान्य जिंदगी जीने की कोशिश कर रहा था । उसे अपने माता-पिता से भी मिलना था । घर आकर वह अपने माता-पिता से मिला और नेहा को तलाक देने के लिए उनसे क्षमा मांगने लगा । रमेश जी और सविता जी ने कहा क्षमा हमसे नहीं नेहा से मांगो । तुमने उसकी जिंदगी बर्बाद की है ।
जब अभिषेक आया नेहा अपने b.ed कॉलेज गई हुई थी । जब वह कॉलेज से वापस आई । नेहा और अभिषेक ने एक-दूसरे को देखा । अभिषेक ने देखा नेहा तो बिल्कुल बदल गई है । वह तो शहर की लड़की ही लग रही है । पढ़ाई करने से नेहा में आत्मविश्वास भी आ गया था । अभिषेक ने नेहा से कहा नेहा मुझे माफ कर दो । मैं तुम्हें तलाक देना चाहता था । पर अब मैं तुम्हारे साथ रहना चाहता हूँ । तुमसे माफी मांगना चाहता हूँ । नेहा ने कहा पर अब मैं आपके साथ नहीं रहना चाहती ।
आपको मुझसे प्यार पहले भी नहीं था और अब भी नहीं है । पहले भी आपने सिर्फ अपने बारे में सोचा । मेरे बारे में नहीं सोचा । तलाक की बात सुनकर मुझ पर क्या बीतेगी ? यदि मम्मी पापा ने मेरा हौसला ना बढाया होता तो मैं जैसी आज हूँ । वैसी कभी ना बन पाती । अब मैं पहले वाली नेहा नहीं, आत्मविश्वास से भरी नेहा हूँ । जो कुछ दिनों में शिक्षिका नेहा बन जाएगी । अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रहना चाहती । जब तुम ने तलाक की बात की थी । तब मुझे बहुत दुख हुआ था । लेकिन अभिषेक अब मैंने तुम्हारे बिना जीना सीख लिया है ।
अभिषेक नेहा की बात सुनकर बहुत शर्मिंदा हुआ । उसने कहा अब मैं यह तलाक नहीं चाहता । पर यदि तुम चाहोगी तो यह तलाक अवश्य होगा ।
सविता जी नेहा से कहने लगी । बेटा सुबह का भूला शाम को घर आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते । अभिषेक को माफ कर दे बेटा । लेकिन रमेश जी ने कहा नेहा बेटा किसी के दबाव में मत आओ । तुम्हारा जो भी फैसला होगा । हमें मंजूर होगा । तुम आराम से सोचो । तुम क्या चाहती हो ? एक हफ्ते बाद हमें कोर्ट जाना है ।
रमेश जी ने नेहा के पिता अमर को भी तलाक के विषय में जानकारी दी और उनसे कहा आप भी आ जाओ । नेहा के मम्मी, पापा, रमा और अमर को रमेश जी ने हमेशा सब बताया था और उनसे कहा था । अब नेहा मेरी जिम्मेदारी है । मैं उसे इस काबिल बनाऊंगा कि अभिषेक खुद कहेगा कि मुझे तलाक नहीं चाहिए । तब नेहा यह निर्णय लेगी उसे क्या करना है ?
2 दिन बाद नेहा के मम्मी-पापा, रमा और अमर भी आ गए । जब रमा जी को पता चला कि अभिषेक अब तलाक के लिए मना कर रहा है तो उन्होंने नेहा से कहा बेटा अब तो अभिषेक को तलाक मत दे । रमेश जी ने रमा से कहा आप नेहा पर दबाव मत डालिए । उसे अपना फैसला खुद लेने दीजिए । तभी वह सही मायनों में खुश रहेगी ।
तलाक होने से 1 दिन पहले नेहा ने अपने दोनों माता-पिता से कहा मैं अभिषेक से तलाक लेना चाहती हूँ । मैं अपनी पढ़ाई पूरी करके एक शिक्षिका बनकर अपनी जिंदगी बिताना चाहती हूँ । अभिषेक से तलाक के बाद मैं यहाँ नहीं रहूँगी । छात्रावास में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी करुँगी । रमेश जी ने कहा तुम्हारी यह बात नहीं मानी जाएगी । तुम पढ़ाई हमारे पास रहकर ही पूरी करोगी । तलाक की बात उसमें तुम जैसा चाहोगी वैसा ही होगा ।
नेहा की मम्मी रमा ने कहा बेटा मैं तेरे फैसले पर सवाल नहीं उठा रही । पर तू तलाक को 1 महीने के लिए टाल दे । वकील से कहकर एक महीने बाद की तारीख ले ले । नेहा ने कहा अभिषेक को 1 महीने बाद फिर से छुट्टी नहीं मिलेगी । अब जो होगा कल ही होगा ।
अगले दिन कोर्ट में जाकर अभिषेक और नेहा ने तलाक के कागज पर हस्ताक्षर कर दिए । नेहा को अच्छे भविष्य की शुभकामनाएं देकर अभिषेक अपनी ड्यूटी पर वापस चला गया । नेहा ने भी अभिषेक को अच्छे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी । नेहा के मम्मी-पापा, रमा और अमर भी वापस चले गए ।