निशा का पति राजेश नेवी में नौकरी करता था । साल में 10 महीने वह जहाज पर रहता था । 2 महीने की उसे छुट्टी मिलती थी । तब घर पर रहता था । निशा और राजीव की जब शादी हुई थी । तब वह भी साथ में जहाज पर चली जाती थी । जब बच्चे हो गए तब यह संभव नहीं था ।
राजीव ने मुंबई में एक फ्लैट खरीदा । निशा और बच्चे उस में रहते थे । जब राजीव की छुट्टी होती तो वह भी आ जाता । चारों मिलकर खूब मस्ती करते । वैसे तो निशा को ही सब संभालना पड़ता था । 2 महीने राजीव भी मदद करता ।
राजीव और निशा के दो बच्चे थे । बेटा रितिक 10 साल का था । बेटी नायरा 5 साल की थी । दोनों स्कूल जाते थे । निशा घर से काम करती थी । उसे 15 दिन में एक बार ऑफिस जाना पड़ता था । जब राजीव जहाज पर होते तब बच्चों के दादा-दादी और नाना-नानी भी आ जाते । राजीव की छुट्टियों में वह लोग दादा दादी और नाना नानी के घर जाते ।
निशा की एक सहेली कविता की बहन एक नेवी ऑफिसर से शादी करना चाहती थी । कविता ने पूछा नेवी वालों से शादी करने के बाद कैसी जिंदगी रहेगी ? निशा ने कहा तूने मुझे तो देखा ही है । तुम्हारी बहन 10 महीने अकेले रह सकती है । सबकुछ अकेले संभाल सकती है तो जिंदगी अच्छी रहेगी । 10 महीने अकेले रहने के बाद 2 महीने पति साथ में रहेंगे । यदि उसे इस तरह की जिंदगी अच्छी लगती है तो वह खुश रहेगी । कविता ने कहा ठीक है ।
कविता की बहन ने नेवी ऑफिसर से शादी कर ली । वह नेवी की तरफ से मिले क्वार्टर में रहती थी । यहां सारी सुविधाएं थी । टाउनशिप बहुत अच्छी बनी हुई थी ।
एक बार राजीव 2 महीने की छुट्टियों में घर आया हुआ था । उसके मम्मी पापा उसके पास आए हुए थे । उसके पापा को हार्ट अटैक आ गया । राजीव तुरंत उन्हें लेकर नेवी हॉस्पिटल गया
वहां पर उनकी अच्छे से देखभाल की गई । एक हफ्ते बाद उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया । घर पर सही देखभाल से वह ठीक हो गए ।
नेवी में यदि आप कम उम्र से नौकरी करते हैं तो 20 वर्ष तक नौकरी करने के बाद आप रिटायर होकर पेंशन ले सकते हैं । यदि आप ग्रेजुएशन करके गए हैं तो 15 वर्ष के बाद आप रिटायर होकर पेंशन ले सकते हैं । साथ में सरकारी या प्राइवेट संस्थान में नौकरी भी कर सकते हैं ।
राजीव को नेवी में नौकरी करते हुए 18 वर्ष हो गए थे । 20 वर्ष तक नौकरी करने के बाद ही उसे पेंशन मिलती । राजीव और निशा मिलकर योजना बनाने लगे । जब 2 साल बाद राजीव रिटायरमेंट लेगा तो वह क्या काम करेगा ?
2 साल बाद राजीव ने रिटायर होकर एक कंसल्टेंसी खोल ली । उसमें व्यस्त रहता है । उसी के साथ साथ वह परिवार के साथ भी ज्यादा वक्त बिता पाता है । इस परिवर्तन से सब बहुत खुश हैं ।