रिश्ता मां बेटी का

नेहा आज बहुत खुश है । आज उसकी बेटी सिया डॉक्टर बनकर आ रही है । सिया के डॉक्टर बनने का सपना नेहा और सिया दोनों ने देखा था ।

सिया नेहा और रवि की बेटी है । अपने मम्मी पापा की लाडली है । नेहा और रवि दोनों नौकरी करते थे । रवि एक इंजीनियर था । नेहा फैशन डिजाइनर । शादी के 2 साल बाद जब सिया का जन्म हुआ । तब नेहा ने नौकरी से 1 साल की छुट्टी ली । उसके फैशन हाउस ने उसे 1 साल की छुट्टी दे दी ।

1 साल बाद नेहा ने फिर से नौकरी शुरू कर दी । वह सिया को एक  क्रैच  में छोड़कर जाती थी । 2 साल बाद सिया स्कूल जाने लगी । अब नेहा आधे दिन की नौकरी करने लगी । सिया को स्कूल से लेते हुए वह घर आती । दोनों मिलकर खाना खाती । आराम करती । रवि रात को 8:00 बजे तक आते । तीनों मिलकर रात का खाना खाते मस्ती करते ।

जब सिया आठवीं कक्षा में आई । तब उसके मन में डॉक्टर बनने का सपना आया । उसने अपनी मम्मी नेहा से कहा मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं । नेहा ने सिया से कहा बहुत मेहनत करनी होगी । यदि तुम इसके लिए तैयार हो तो तुम्हारा सपना हम मिलकर पूरा करेंगे ।

अब नेहा और सिया दोनों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी । सिया अच्छे से पढ़ाई करती । नेहा उसकी सेहत का ध्यान रखती । कभी उसकी पढ़ाई में मदद करती । कभी सिया पढ़ाई से ब्रेक लेती तो दोनों मिलकर टीवी देखती , गाने सुनती , नृत्य करती ।

जब सिया 11वीं कक्षा में आई तो मेडिकल की कोचिंग भी करने लगी । अब तो वह बहुत मेहनत कर रही थी । कभी-कभी वह घबरा जाती । यदि मेरा चयन नहीं हुआ तो क्या होगा ? नेहा समझाती कोई बात नहीं दोबारा कोशिश करना ।

सिया की 12वीं की बोर्ड परीक्षा हो गई । अब वह मेडिकल परीक्षा (नीट ) की तैयारी कर रही थी । नीट का पेपर अच्छा हुआ । उसका मेडिकल में चयन हो गया ।

सिया पढ़ाई करने दूसरे शहर चली गई । नेहा को बहुत खाली-खाली लगता । सिया नेहा को समझाती । मां अपने बुटीक में व्यस्त रहो । कोई हॉबी हो तो वह काम भी करो । रवि और नेहा दोनों सिया को बहुत याद करते ।

सिया छुट्टियों में घर आती । मां बेटी की जोड़ी फिर बन जाती । दोनों खुश रहती । रवि भी उनके साथ शामिल हो जाता । आज फाइनली सिया डॉक्टर बनकर अपने शहर वापस आ रही है ।

शाम को रवि और नेहा सिया को घर लेकर आये । तीनों बहुत खुश थे । सिया इंटर्नशिप यहीं से करने वाली थी । अब तीनों फिर से एक साथ थे ।

अब सिया की इंटर्नशिप के 6 महीने हो गए थे । वह साथ में पीजी की तैयारी भी कर रही थी । तभी एक दिन नेहा के पेट में बहुत दर्द हुआ । रवि और सिया नेहा को तुरंत हॉस्पिटल ले गए । वहां पर डॉक्टर को दिखाया । पता चला अपेंडिक्स का दर्द है । तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा । रवि कागजी कार्रवाई पूरी करने लगे । नेहा बहुत घबरा रही थी । सिया ने कहा मम्मी परेशान मत हो । आप बिल्कुल ठीक हो जाओगी । रवि भी नेहा को समझाने लगे ।

नेहा को ओ . टी .  में ले गए । सिया नेहा के साथ ओ . टी . तक गई । फिर बाहर आ गई । सिया और रवि ऑपरेशन पूरा होने का इंतजार करने लगे । कुछ घंटों बाद डॉक्टर बाहर आए और बोले ऑपरेशन सफल रहा है । थोड़ी देर में मरीज को कमरे में भेज देंगे ।

2 घंटे बाद नेहा को होश आया । एक हफ्ते नेहा हॉस्पिटल में रही । सिया और रवि ने उसका अच्छे से ध्यान रखा ।

एक हफ्ते बाद जब नेहा घर पहुंची । सिया ने कहा मम्मी आपको आराम करना है । घर का काम मैं और पापा देखेंगे । रवि और सिया जब काम पर जाते । उस समय कमला जो उनके घर में काम करती थी । वह नेहा के साथ रहती । सिया हॉस्पिटल से शाम को आ जाती । रवि तो 8:00 बजे तक आ पाते । सिया नेहा के साथ वक्त बिताती । उसके खाने-पीने का ध्यान रखती । जब नेहा कहना नहीं मानती तो उसे डांटती । 3 महीने बाद नेहा ने भी अपना काम शुरू कर दिया ।

जब तक उसका रेस्ट था । उसके बुटीक में काम करने वाली मीना ने बुटीक का काम संभाला । वह सुबह आकर नेहा को बता जाती । बुटीक में क्या काम  चल रहा है ।

सिया का पीजी में चयन हो गया । इस बार उसे अपने शहर के मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था । वह हॉस्टल में रहकर पढ़ती । छुट्टी में घर आ जाती ।

3 साल बाद सिया की पीजी की पढ़ाई पूरी हो गई है । वह आंखों की डॉक्टर बन गई । उसने हॉस्पिटल में काम करना शुरू कर दिया ।

नेहा और सिया का अब भी वही हाल है । कभी एक-दूसरे से झगड़ती हैं तो रवि को रेफरी बनना पड़ता है । फिर एक दूसरे का ध्यान रखती है । मां बेटी का रिश्ता ऐसा ही होता है ।