शैली एक अच्छी चित्रकार है । उसने फाइन आर्ट एम्. ए. करने के बाद पीएचडी की है । अब एक डिग्री कॉलेज में फाइन आर्ट की प्रोफ़ेसर है । इसके अलावा वह अपने चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाती रहती है । शैली अपने कैरियर में सफल है ।
पढ़ना जारी रखें “शैली की खुशी”माह: जून 2020
जब जागो तभी सवेरा
अनिल एक अच्छा बच्चा था। पढ़ाई में अपना पूरा ध्यान लगाता । अपनी मम्मी के घर के कामों में मदद करता । अपने दोस्तों का प्रिय दोस्त । अनिल में इतनी सब अच्छाई होने के बाद भी एक कमी थी । काम को कल पर टालने की आदत । वह अपने लिए बड़े बड़े लक्ष्य निर्धारित करता । पर शुरू करने के नाम पर कल से करूंगा सोचता और वह कल कभी ना आता ।
पढ़ना जारी रखें “जब जागो तभी सवेरा”चिली पनीर
- बनाने का समय 15 मिनट
- दो व्यक्तियों के लिए