राधा एक भोली भाली लड़की है । उसकी दो बहनें और है, रेनू और रानी । राधा का कोई भाई नहीं है । इसलिए सब उसे चिढ़ाते हैं । राधा को यह अच्छा नहीं लगता । एक दिन वह अपनी मम्मी से पूछती है मम्मी हमारा भाई क्यों नहीं है? उसकी मम्मी कहती है तुम्हारा भाई भी होगा । कुछ महीनों बाद राधा का भाई हो जाता है । तीनों बहने बहुत खुश होती हैं । भाई का बहुत ध्यान रखती हैं ।
राधा के मम्मी पापा वैसे तो चारों बच्चों को प्यार करते थे । लेकिन बेटे को थोड़ा ज्यादा प्यार करते । बेटियों को सेंट्रल स्कूल में पढ़ाते । बेटे को कान्वेंट में । सभी बच्चे पढ़ने में अच्छे थे । बच्चे बड़े होने लगे । स्कूल की पढ़ाई पूरी करके कॉलेज में गए । राधा के मम्मी पापा ने बेटियों के कैरियर के बारे में नहीं सोचा । बेटियां पढ़ने में अच्छी थी देखने में सुंदर थी । बड़ी बेटी रेनू की शादी उन्होंने डिग्री पूरी होते ही इंजीनियर के साथ कर दी । घर परिवार अच्छा था । रेनू शादी के बाद खुश थी । रानी की शादी भी डिग्री पूरी होते ही कर दी । उसका पति आर्मी में था । वह भी खुश थी ।
राधा ने अपने मम्मी पापा से कहां मैं दीदियों की तरह इतनी जल्दी शादी नहीं करुंगी । मुझे अपना कैरियर बनाना है । मैं पहले नौकरी करूंगी फिर शादी करूंगी । राधा के मम्मी पापा ने कहा ठीक है ।
राधा की डिग्री पूरी हुई । उसने इतिहास विषय लेकर एम्. ए. में दाखिला लिया । उसके मम्मी पापा उसके लिए लड़का देखने लगे । राधा ने मना किया कहा मैं आई .ए. एस. की तैयारी करूंगी । उसकी परीक्षा दूंगी । उसके मम्मी पापा ने कहा ठीक है । राधा के मम्मी पापा ने उसके लिए जो पहला लड़का देखा । वह उन्हें पसंद आ गया । लड़का बैंक में मैनेजर था । परिवार भी अच्छा था । राधा के मम्मी पापा ने उसके ससुराल वालों से कहा शादी के बाद हमारी बेटी पढ़ाई करेगी ।आइ. ए. एस. की परीक्षा देगी । ससुराल वालों ने कहा ठीक है ।
राधा शादी के लिए बहुत मुश्किल से मानी । राधा और अमर की शादी बहुत धूमधाम से हो गई । सब बहुत खुश थे ।
शादी के 2 महीने बाद राधा जब आगे की पढ़ाई के लिए अपने मम्मी पापा के पास आई । तब उसे पता चला वह मां बनने वाली है । राधा की मां और सासू मां दोनों ने कहा बेटा इस बच्चे को आने दो । राधा डॉक्टर के पास गई । डॉक्टर ने भी कहा इस बच्चे को होने दो । कई बार अबॉर्शन कराने से बाद में बच्चे नहीं होते ।
राधा के सारे सपने टूट गए । उसे समझ ही नहीं आ रहा था । वह बच्चे के आने से खुश हो या अपना सपना टूटने से दुखी ।
अमर ने राधा को समझाया बच्चे को आने दो ।उसे हम सब मिलकर संभालेंगे । तुम अपनी पढ़ाई पूरी करना ।
9 महीने बाद राधा ने एक बेटी को जन्म दिया सब बहुत खुश थे । बेटी जब 6 महीने की हो गई । राधा ने परिवार के सहयोग से अपनी पढ़ाई शुरू की । उसके पति , मां , सासु मां सभी ने सहयोग किया ।
राधा ने 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद आई. ए. एस. की परीक्षा पास कर अपना सपना पूरा किया ।
राधा का भाई इंजीनियर बन गया । राधा के पूरे परिवार को राधा पर गर्व है ।