बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ

हमारे समाज में आज भी बेटों के माता-पिता होना गर्व की बात है । जिनके बेटियां हैं उन्हें लगता है हमारे पास कुछ कमी है । जबकि बेटियां भी अपने मां-बाप का नाम रोशन करती हैं ।आप उन्हें मौका तो दे उनके साथ तो खड़े हो ।

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समाज की विषमता

आजकल जहां देखो सुनने को मिल रहा है मंदी आ गई है । नौकरियां जा रही हैं । लोगों के पास पैसे की कमी है । लेकिन यही बात तब झूठी लगती है जब अखबार में पढ़ते हैं । टेलीविजन पर समाचारों में देखते हैं कि भारत में इतने आईफोन बिक गए महंगी गाड़ियां बिक रही हैं । तब समझ में नहीं आता कि सच क्या है ? अगर मंदी है लोगों की नौकरियां जा रही है तो सामान कैसे बिक रहा है ?

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रीमा की हिम्मत

आज मैं बाजार गई तो एक दुकान में मेरी नजर रीमा पर पड़ी । कॉलेज के समय वह मेरी अच्छी दोस्त थी । लेकिन ना जाने क्यों उसने अपनी शादी के बाद हम सब सहेलियों से दूर होना ही सही समझा ।  पहले मैंने सोचा उसे आवाज दूं । तब तक उसने मुझे देख लिया और मुस्कुराने लगी । मैंने उससे पूछा कैसी हो ?चलो पास में कॉफी शॉप में चल कर बैठते हैं ।

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अमिताभ बच्चन व्यक्तित्व

जिन से मुझे प्रेरणा मिली

आज अमिताभ बच्चन को फिल्मों में काम करते हुए 50 वर्ष हो गए हैं । आज ही के दिन 7 नवंबर 1969 को उनकी पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी रिलीज हुई थी । आज 77 वर्ष की उम्र में भी वह फिल्मों में सक्रिय हैं ।

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मोना की खुशी

कमल और मोना बचपन के दोस्त थे ।दोनों ने कक्षा एक से पांच तक साथ साथ पढ़ाई की । उसके बाद मोना के पापा का तबादला हो गया ।

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मेरी पहली लंबी रेल यात्रा

रेल के सफर तो मैंने पहले भी बहुत किए थे। लेकिन मेरी पहली लंबी रेल यात्रा दिल्ली से गुवाहाटी थी । यह सफर हमने नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस से पूरा किया ।  यह सफर रेलवे की समय सारणी के हिसाब से 36 घंटे में पूरा होता था । जबकि वास्तव में 40 42 घंटे लग जाते थे। भारतीय रेल लेट जो होती है । इतनी लंबी यात्रा में इतना लेट होना तो बनता है । 

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डर का सामना

हम सब कभी ना कभी डरे हैं और फिर हिम्मत करके हमने डर का सामना किया है ।

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आकाश का अकेलापन

अरुण और आकाश अच्छे दोस्त थे । दोनों कक्षा एक से एक साथ पढ़ रहे थे । दोनों का घर भी पास पास थे । दोनों एक दूसरे के साथ काफी समय बिताते थे । दोनों अब पांचवी कक्षा में आ गए थे ।

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