विजय और सविता अच्छे माता पिता थे । उनके दो बच्चे थे । बेटा समर और बेटी नेहा। उनका परिवार खुशहाल था । विजय जी बैंक में मैनेजर थे । सविता विद्यालय मैं शिक्षिका थी । समर आठवीं कक्षा में था नेहा छठी कक्षा में थी । दोनों बहन भाई आपस में कभी लड़ते, कभी खेलते ।
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अपनों का साथ – राज और सिमरन की शादी
राज और सिमरन एक दूसरे से प्यार करते थे । दोनों शादी करना चाहते थे । लेकिन उनके परिवारों में 10 साल पहले लड़ाई हो गई थी । लड़ाई की वजह भी बहुत मजेदार थी । राज और सिमरन दोनों के दादाजी अपने समय के बहुत अच्छे पहलवान थे । दोनों एक दूसरे के दोस्त भी थे । दोनों एक साथ कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने जाते थे । वह दोनों अभी भी नए पहलवानों को कुश्ती के दांव पर सिखाते थे ।
पढ़ना जारी रखें “अपनों का साथ – राज और सिमरन की शादी”इजाजत ( निशा का इंतजार ) भाग 2
निशा और समर की शादी अच्छे से सभी रीति-रिवाजों के साथ संपन्न हुई । शादी के बाद निशा को ससुराल में घूंघट करना पड़ा । घर के काम भी करने पड़े । घर वालों ने शुरू में उसे अपनाया भी नहीं । आशा निशा से कहती ज्यादा सेवा मत कर कुछ फायदा नहीं है । आशा और निशा दोनों ससुराल में नहीं रहती थी । दोनों अपने अपने पति के साथ रहती थी । तीज त्यौहार पर सब इकट्ठे होते थे । तब आशा कुछ काम नहीं करती थी । निशा को सब काम करना पड़ता । जब वह समर से कहती मैं क्यों काम करूं ? दीदी तो कुछ करती नहीं । सासु मां जब हम नहीं होते तब भी तो काम करती हैं । समर कहता जब तक तुम यहां हो तब तक तो उन्हें आराम दे सकती हो । भाभी की तरह उन से कभी लड़ना मत ।
पढ़ना जारी रखें “इजाजत ( निशा का इंतजार ) भाग 2”इजाजत ( निशा का इंतजार ) भाग 1
आशा और निशा दोनों बहनों का स्वभाव एक दूसरे के विपरीत था । जहां आशा हर समय अपने विषय में सोचती थी । वही निशा अपने से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचती थी ।
पढ़ना जारी रखें “इजाजत ( निशा का इंतजार ) भाग 1”परीक्षा में फेल होना – जिंदगी नए रास्ते दिखाती है ।
राधा और अमर का बेटा निखिल आईआईटी की तैयारी कर रहा है । उसने 11वीं कक्षा में विज्ञान विषय लिया है । इसके साथ में आईआईटी की परीक्षा के लिए कोचिंग भी कर रहा है । निखिल अपनी कोचिंग और विद्यालय की पढ़ाई में बहुत व्यस्त रहता है । उसके पापा अमर इंजीनियर हैं । राधा और अमर निखिल के पूरे दिन के रूटीन का ध्यान रखते हैं । निखिल अपने टाइम टेबल को फॉलो करता है ।
पढ़ना जारी रखें “परीक्षा में फेल होना – जिंदगी नए रास्ते दिखाती है ।”राधा का सपना
राधा एक भोली भाली लड़की है । उसकी दो बहनें और है, रेनू और रानी । राधा का कोई भाई नहीं है । इसलिए सब उसे चिढ़ाते हैं । राधा को यह अच्छा नहीं लगता । एक दिन वह अपनी मम्मी से पूछती है मम्मी हमारा भाई क्यों नहीं है? उसकी मम्मी कहती है तुम्हारा भाई भी होगा । कुछ महीनों बाद राधा का भाई हो जाता है । तीनों बहने बहुत खुश होती हैं । भाई का बहुत ध्यान रखती हैं ।
पढ़ना जारी रखें “राधा का सपना”मायके से दूरी
रमा आज बहुत खुश है । उसे देखने लड़के वाले आ रहे हैं । रमा एक भाई एक बहन है । रमा एक विद्यालय में शिक्षिका है । जब लड़के वाले आए । लड़का और उसके माता-पिता आए थे । लड़का भी एक भाई एक बहन था । उसकी बहन की शादी हो चुकी थी । रमा और सागर को एक दूसरे से बात करने का मौका दिया गया । रमा और सागर ने एक-दूसरे को पसंद किया । लेकिन बात दहेज पर आकर अटक गई । शादी तय नहीं हुई ।
पढ़ना जारी रखें “मायके से दूरी”रिश्ते
नीलम आज बहुत खुश है । उसकी बहन नीतू की शादी उसके देवर अमर से हो रही है । नीलम की शादी गगन से 4 साल पहले हुई थी । उसकी शादी अरेंज मैरिज थी । बहुत से लड़के लड़कियों से मिलने के बाद नीलम और गगन ने एक-दूसरे को पसंद किया था । दोनों के घरवालों ने धूमधाम से उनकी शादी कर दी ।
पढ़ना जारी रखें “रिश्ते”अनामिका की लंबाई
सविता एक अच्छी ग्रहणी है। उसके पति रमेश भी एक अच्छे पति और पिता है रमेश और सविता के दो बच्चे हैं बेटा आकाश और बेटी अनामिका । आकाश पत्रकार है अनामिका शिक्षिका ।
परिवार का साथ
निशा का पति राजेश नेवी में नौकरी करता था । साल में 10 महीने वह जहाज पर रहता था । 2 महीने की उसे छुट्टी मिलती थी । तब घर पर रहता था । निशा और राजीव की जब शादी हुई थी । तब वह भी साथ में जहाज पर चली जाती थी । जब बच्चे हो गए तब यह संभव नहीं था ।